Gold-Silver Price Today: सोना और चांदी की कीमतों में आज बड़ी गिरावट देखने को मिली है। यह गिरावट घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में दिखाई दी है। सोने की कीमतों में लगभग 600 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी आई है, जबकि चांदी के दाम में 3000 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक की गिरावट हुई है।
इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में आई कमी है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति और डॉलर की मजबूती ने भी कीमती धातुओं के भाव को प्रभावित किया है। इस लेख में हम सोने और चांदी की कीमतों में आई इस गिरावट के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
Contents
- 1 सोने की कीमतों में गिरावट
- 1.1 24 कैरेट सोने की कीमत
- 1.2 22 कैरेट सोने की कीमत
- 1.3 चांदी की कीमतों में गिरावट
- 1.4 प्रमुख शहरों में चांदी की कीमत
- 1.5 वैश्विक बाजार में सोने और चांदी की कीमतें
- 1.6 सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के कारण
- 1.7 अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति
- 1.8 डॉलर की मजबूती
- 1.9 सोने और चांदी में निवेश का महत्व
- 1.10 मुद्रास्फीति से सुरक्षा
- 1.11 आर्थिक अनिश्चितता के समय में स्थिर निवेश
- 1.12 भविष्य में सोने और चांदी की कीमतों का अनुमान
- 1.13 वैश्विक आर्थिक स्थिति
- 1.14 भू-राजनीतिक तनाव
- 2 निवेशकों के लिए सुझाव
सोने की कीमतों में गिरावट
सोने की कीमतों में आज बड़ी गिरावट देखने को मिली है। घरेलू वायदा बाजार में सोना गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है। एमसीएक्स (MCX) पर 4 अक्टूबर 2024 की डिलीवरी वाला सोना 623 रुपये यानी 0.89% की गिरावट के साथ 69,166 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है।
24 कैरेट सोने की कीमत
शहर | 24 कैरेट सोने की कीमत (प्रति 10 ग्राम) |
दिल्ली | 72,280 रुपये |
मुंबई | 72,130 रुपये |
कोलकाता | 72,130 रुपये |
चेन्नई | 72,280 रुपये |
22 कैरेट सोने की कीमत
शहर | 22 कैरेट सोने की कीमत (प्रति 10 ग्राम) |
दिल्ली | 66,250 रुपये |
मुंबई | 66,250 रुपये |
कोलकाता | 66,250 रुपये |
चेन्नई | 66,850 रुपये |
चांदी की कीमतों में गिरावट
चांदी की कीमतों में आज जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। एमसीएक्स पर 5 सितंबर 2024 की डिलीवरी वाली चांदी 3045 रुपये यानी 3.69% की गिरावट के साथ 79,448 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही है।
प्रमुख शहरों में चांदी की कीमत
शहर | चांदी की कीमत (प्रति किलोग्राम) |
दिल्ली | 84,900 रुपये |
मुंबई | 84,900 रुपये |
कोलकाता | 84,900 रुपये |
चेन्नई | 89,900 रुपये |
वैश्विक बाजार में सोने और चांदी की कीमतें
वैश्विक बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
सोने की वैश्विक कीमत
- कॉमेक्स (COMEX) पर सोना 25.40 डॉलर यानी 1.03% की गिरावट के साथ 2,444.40 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है।
- स्पॉट गोल्ड 46.66 डॉलर यानी 1.91% की गिरावट के साथ 2,396.58 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है।
चांदी की वैश्विक कीमत
- कॉमेक्स पर चांदी 1.29 डॉलर यानी 4.53% की गिरावट के साथ 27.11 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही है।
- स्पॉट सिल्वर 1.60 डॉलर यानी 5.60% की गिरावट के साथ 26.96 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही है।
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के कारण
- अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति
- डॉलर की मजबूती
- वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार
- कोविड-19 महामारी के प्रभाव में कमी
- निवेशकों का रुख अन्य निवेश विकल्पों की ओर
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक है। फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना से डॉलर मजबूत होता है, जिससे सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं की मांग कम हो जाती है।
डॉलर की मजबूती
डॉलर की मजबूती भी सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करती है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना और चांदी खरीदना महंगा हो जाता है, जिससे इनकी मांग कम हो जाती है।
सोने और चांदी में निवेश का महत्व
गिरावट के बावजूद, सोना और चांदी लंबे समय से निवेश के लोकप्रिय विकल्प रहे हैं। इनमें निवेश के कई फायदे हैं:
- मुद्रास्फीति से सुरक्षा
- आर्थिक अनिश्चितता के समय में स्थिर निवेश
- पोर्टफोलियो विविधीकरण
- तरलता
मुद्रास्फीति से सुरक्षा
सोना और चांदी मुद्रास्फीति से सुरक्षा प्रदान करते हैं। जब मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो आमतौर पर सोने और चांदी की कीमतें भी बढ़ती हैं, जो निवेशकों की क्रय शक्ति को बनाए रखने में मदद करता है।
आर्थिक अनिश्चितता के समय में स्थिर निवेश
आर्थिक अनिश्चितता के समय में सोना और चांदी स्थिर निवेश विकल्प के रूप में काम करते हैं। जब शेयर बाजार या अन्य निवेश विकल्प अस्थिर होते हैं, तो निवेशक अक्सर सोने और चांदी की ओर रुख करते हैं।
भविष्य में सोने और चांदी की कीमतों का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी अवधि में सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि की संभावना है। कुछ कारण जो भविष्य में इन कीमती धातुओं के मूल्य को प्रभावित कर सकते हैं:
- वैश्विक आर्थिक स्थिति
- भू-राजनीतिक तनाव
- मौद्रिक नीतियां
- मांग और आपूर्ति का संतुलन
वैश्विक आर्थिक स्थिति
वैश्विक आर्थिक स्थिति सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक है। आर्थिक मंदी या अनिश्चितता के समय में, निवेशक अक्सर सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख करते हैं, जिससे सोने और चांदी की मांग बढ़ सकती है।
भू-राजनीतिक तनाव
भू-राजनीतिक तनाव भी सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित कर सकता है। अंतरराष्ट्रीय संघर्ष या राजनीतिक अस्थिरता के समय में, निवेशक अक्सर सोने और चांदी जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर आकर्षित होते हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव
वर्तमान समय में सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट के बावजूद, निवेशकों को लंबी अवधि के दृष्टिकोण से इन कीमती धातुओं पर विचार करना चाहिए। कुछ महत्वपूर्ण सुझाव:
- पोर्टफोलियो विविधीकरण: अपने निवेश पोर्टफोलियो में सोने और चांदी को शामिल करें, लेकिन इन्हें अपने कुल निवेश का एक छोटा हिस्सा ही बनाएं।
- लंबी अवधि का दृष्टिकोण: सोने और चांदी में निवेश करते समय लंबी अवधि का दृष्टिकोण रखें। अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से परेशान न हों।
- नियमित निवेश: एकमुश्त बड़ी राशि निवेश करने के बजाय, नियमित अंतराल पर छोटी-छोटी राशि का निवेश करें।
- भौतिक बनाम डिजिटल: भौतिक सोना और चांदी खरीदने के साथ-साथ गोल्ड ईटीएफ या डिजिटल गोल्ड जैसे विकल्पों पर भी विचार करें।
- बाजार की निगरानी: सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारकों पर नजर रखें और उसी के अनुसार अपनी निवेश रणनीति को समायोजित करें।
सोने और चांदी की कीमतों में आई वर्तमान गिरावट अल्पकालिक प्रवृत्ति हो सकती है। लंबी अवधि में, ये कीमती धातुएं अपना मूल्य बनाए रखने की क्षमता रखती हैं। निवेशकों को अपने समग्र निवेश पोर्टफोलियो के हिस्से के रूप में सोने और चांदी पर विचार करना चाहिए, लेकिन साथ ही अन्य निवेश विकल्पों के साथ संतुलन बनाये रखना चाहिए।