Pradhan Mantri Matshya Sampada Yojana 2024: प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) भारत सरकार द्वारा 10 सितंबर 2020 को शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसका उद्देश्य मत्स्य क्षेत्र के विकास के लिए एक ठोस ढांचा तैयार करना है, जिससे न केवल मछुआरों और मछली किसानों की आय को दोगुना किया जा सके, बल्कि इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ाए जा सकें। इस योजना के तहत, सरकार ने 20,050 करोड़ रुपये का कुल बजट निर्धारित किया है, जो कि 2020 से 2025 तक के कार्यकाल में लागू होगा।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य “नीली क्रांति” लाना है, जो कि सतत विकास के माध्यम से मछली उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने पर केंद्रित है। इसके अंतर्गत विभिन्न उप-योजनाएं और गतिविधियाँ शामिल हैं, जो मछली उत्पादन, बुनियादी ढांचे, और प्रबंधन में सुधार के लिए कार्य करेंगी। PMMSY का लक्ष्य न केवल मछली उत्पादन को बढ़ाना है, बल्कि इसके साथ-साथ मछली किसानों की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा को भी सुनिश्चित करना है।
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PM Matshya Sampada Yojana 2024
योजना का नाम | प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) |
आरंभ तिथि | 10 सितंबर 2020 |
अवधि | 2020-2025 |
कुल बजट | 20,050 करोड़ रुपये |
लाभार्थी | मछुआरे, मछली किसान, और संबंधित हितधारक |
मुख्य उद्देश्य | मछली उत्पादन को बढ़ाना, मछुआरों की आय को दोगुना करना, रोजगार सृजन करना |
मुख्य घटक | केंद्रीय क्षेत्र योजना (CS) और केंद्रीय सहायता योजना (CSS) |
आधिकारिक वेबसाइट | pmmsy.dof.gov.in |
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के मुख्य घटक
- केंद्रीय क्षेत्र योजना (CS): यह योजना सीधे केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित की जाती है और इसमें मछली उत्पादन और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- केंद्रीय सहायता योजना (CSS): इसमें राज्य सरकारों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिसमें सामान्य श्रेणी के लिए 40% और SC/ST/महिलाओं के लिए 60% सहायता शामिल है।
योजना के उद्देश्य
- मछली उत्पादन को 13.75 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) से बढ़ाकर 22 मिलियन मीट्रिक टन तक लाना।
- कृषि के कुल जीवीए में मछली पालन के क्षेत्र का योगदान 7.28% से बढ़ाकर 9% करना।
- निर्यात आय को 46,589 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1 लाख करोड़ रुपये करना।
- पोस्ट-हार्वेस्ट हानि को 25% से घटाकर 10% करना।
- 15 लाख प्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों का सृजन करना।
- प्रति व्यक्ति मछली की खपत को 5 किलोग्राम से बढ़ाकर 12 किलोग्राम करना।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के लाभ
- आर्थिक सुरक्षा: मछुआरों और मछली किसानों की आय में वृद्धि।
- रोजगार के अवसर: नई नौकरियों का सृजन और कौशल विकास।
- सतत विकास: मछली पालन के क्षेत्र में स्थायी और जिम्मेदार विकास।
- प्रौद्योगिकी का उपयोग: आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके उत्पादन और प्रबंधन में सुधार।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना हेतु पात्रता
- भारतीय नागरिक: इस योजना का लाभ केवल भारतीय नागरिकों को दिया जाएगा।
- मत्स्य पालन से संबंध: नागरिकों को मत्स्य पालन से संबंधित होना चाहिए।
- लिंग: महिलाएं एवं पुरुष दोनों ही योजना के लिए पात्र हैं।
- आवेदन: नागरिकों ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के लिए आवेदन किया होना चाहिए।
- भूमि का होना: मत्स्य पालन कर्ता के पास मछली पालन हेतु भूमि होनी चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड: पहचान के लिए आवश्यक।
- आय प्रमाण पत्र: आर्थिक स्थिति का प्रमाण।
- जाति प्रमाण पत्र: यदि लागू हो।
- मूल निवास प्रमाण पत्र: स्थायी निवास का प्रमाण।
- बैंक अकाउंट: लाभ को सीधे बैंक खाते में भेजने के लिए।
- फोटो: हाल की पासपोर्ट साइज फोटो।
- मत्स्य पालन सर्टिफिकेट: यदि कोई हो।
- भूमि सर्टिफिकेट: मछली पालन हेतु भूमि का प्रमाण।
Pradhanmantri Matshya Sampada Yojana हेतु आवेदन प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://dof.gov.in/hi/pmmsy पर जाएं।
- आवेदन विकल्प खोजें: वेबसाइट के होम पेज पर आपको आवेदन करने का विकल्प मिल जाएगा।
- आवेदन फॉर्म भरें: इस विकल्प पर क्लिक करते ही एक नया पेज खुलेगा। आवेदनकर्ता को इस आवेदन फार्म को ध्यानपूर्वक भरना है। यह ध्यान रखें कि किसी भी प्रकार की त्रुटि ना हो।
- दस्तावेज अपलोड करें: सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को ऑनलाइन अपलोड करें।
- फाइनल सबमिट करें: इसके पश्चात, आपको आवेदन फार्म फाइनल सबमिट कर देना है।
- सत्यापन के बाद लाभ: फार्म सत्यापन के बाद आपको योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
Official Links
- Pradhanmantri Matshya Sampada Yojana Official Website: Click Here